कहाँ होंगी अमीर ऐसी अदाएं हूर-ओ ग़िल्माँ में
रहेगा खु़ल्द में भी याद हम को लखनऊ बरसों
ग़िल्माँ : वह लड़के जो जन्नत में आप की खिदमत में मौजूद होंगे. (ताकि कभी तो आप हूरों को बख्श दें)
खु़ल्द : जन्नत
खु़ल्द : जन्नत
کہاں ہوں گی امیر ایسی ادائیں حوروغلماں میں
رہے گا خلد میں بھی یاد ہم کو لکھنؤ برسوں
رہے گا خلد میں بھی یاد ہم کو لکھنؤ برسوں
No comments:
Post a Comment